कोरबा : उप स्वास्थ्य केंद्र कर्मचारियों की मनमानी ,समय पर नहीं खुलता अस्पताल , मरीज दर दर भटकते रहने मजबुर

करतला- प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फरसवानी सेक्टर के अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र पचपेड़ी में स्वास्थ्य केंद्र समय पर खोला नहीं जाता। ग्रामीणों की शिकायत के बाद जब पचपेड़ी उप स्वास्थ्य केंद्र में जाकर देखा गया तो केंद्र में ताला लटका था और उप स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़ा था। उसके पश्चात कार्यालय खुलने के बाद कर्मचारी से पूछा गया तो कहा गया कि कोरोना टीका लगाने के लिए ड्यूटी लगी है इसलिए थोड़ा लेट से खुला किन्तु ग्रामीणों का कहना है कि उप स्वास्थ्य केन्द्र कभी समय पर नहीं खुलता कर्मचारी अपनी मनमानी से कार्यालय आते हैं जिससे मरीजों का इलाज समय पर नहीं हो पाता तथा उनको समस्या का सामना करना पड़ता है और कार्यालय समय पर नहीं खुलने का कारण पूछने से कर्मचारियों के द्वारा लोगों से दुर्व्यवहार किया जाता है। इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों से जानकारी चाहा गया तो फील्ड के दौरान वहां उपस्थित आर एच ओ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फरसवानी द्वारा दुर्व्यवहार किया गया। शासन प्रशासन द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से कार्य किया जा रहा है ताकि लोगों को उचित स्वास्थ्य लाभ हो सके। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक के माध्यम से मुफ्त में चेकअप कर दवाई वितरण किया जा रहा है और स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से कोरोना का टीका लगाया जा रहा है, किंतु कुछ लापरवाह कर्मचारियों के कारण स्वास्थ्य विभाग की छवि धूमिल हो रही है और इस प्रकार के लापरवाह कर्मचारियों के लिए लोगों में काफी आक्रोश है ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अपना इलाज करवाने के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जाना पड़ता है और यदि यह स्वास्थ्य केंद्र समय पर ना खुले और कर्मचारी उपस्थित ना हो तो मरीजों का चेकअप व इलाज समय पर नहीं होने से उन्हें बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है और लोगों का कहना है कि पचपेड़ी उप स्वास्थ्य केंद्र अक्सर समय में नहीं खुलता और अगर लेट लतीफ से खुल भी जाए तो कई कर्मचारी नदारद रहते हैं और उनसे पूछने पर गोलमोल जवाब दिया जाता है।शायद पचपेड़ी उप स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों के इस प्रकार के रवैये से विभाग अनभिज्ञ है या तो कर्मचारियो को उनका संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण वे मनमानी ढंग से ड्यूटी करते हैं।