गौरेला पेंड्रा मरवाही: रिश्वत के आरोपी यातायात प्रभारी की जमानत खारिज, जेल दाखिल…

एसीबी ने 50 हजार का रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था गिरफ्तार

 

 

जीपीएम: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जिले के यातायात प्रभारी सूबेदार विकास नारंग और उसके सहयोगी को बस संचालन के लिए 50 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था. जिसके बाद शुक्रवार को एसीबी स्पेशल कोर्ट में चालान पेश किया गया. कोर्ट ने उसके जमानत को खारिज करते हुए जेल भेज दिया है. जिला गठन के बाद यह पहला मौका है जब यातायात सूबेदार को एसीबी ने पकड़ा है. एसीबी निदेशक आरिफ शेख को बस संचालक ने शिकायत की थी कि उसकी बसें पेण्ड्रा से होकर गुजरती हैं जहां आए दिन यातायात के सूबेदार विकास नारंग द्वारा चालान करके परेशान किया जाता था.

उसने विकास नारंग से जब इस सम्बंध में मुलाकात की तो उसने 60 हजार रुपए की मांग करते हुए कहा कि यदि यह रकम दे दी जायेगी तो वह परेशान नहीं करेगा एसीबी ने उपरोक्त शिकायत का सत्यापन कराया तो बस संचालक और सूबेदार के बीच संवाद में 50 हज़ार रुपए में सहमति बनी. जिसके बाद बिलासपुर की टीम ने योजना बनाकर बस संचालक द्वारा सूबेदार को 50 हज़ार रुपए देने के लिए भेजा किया गया है.

सूबेदार ने रकम लेने बस संचालक को एक होटल के पास बुलाया और होटल के कर्मचारी के माध्यम से मंगाकर रिश्वत की रकम को प्राप्त किया. इसके बाद एसीबी ईओडब्ल्यू की टीम ने रुपयों के साथ रंगे हाथ यातायात सूबेदार विकास नारंग और होटल कर्मी भरत पनिका को गिरफ्तार कर लिया. दोनों के विरूद्ध धारा 7 ( क ), 12 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया हैं..!

तीन यातायात कर्मी लाइन अटैच, नरेंद्र बने नए प्रभारी

मामला सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल ने तीन यातायात पुलिस कर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है. जिनमे सुमत तिवारी, देवनारायण राठौर और अजय यादव शामिल है. जबकि टी आई नरेंद्र सिंह को नए यातायात प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है…