भ्रष्टाचार में डूबा मरवाही वनमण्डल: तात्कालीन एसडीओ के पी डिंडोरे का कारनामा: फर्जी सत्यापन कर डकार गए लाखो रुपए..
भ्रष्टाचार में डूबा मरवाही वनमण्डल: तात्कालीन एसडीओ के पी डिंडोरे का कारनामा: फर्जी सत्यापन कर लाखो रुपए का गबन..
मरवाही: मरवाही वन मंडल भ्रष्टाचार में इस कदर डूब चुका है की बाहर निकलने के बजाए लगातार और डूबता जा रहा है ताजा मामला मरवाही वन मंडल अंतर्गत वन परिक्षेत्र खोडरी का है जहां खोडरी वन परिक्षेत्र के ललाति एवं बेलपत बीट में 2 स्टापडेम जिनका निर्माण अधूरा है एवं इन्ही दोनों बीट में 2 स्टाप डेम ऐसे हैं जिनका निर्माण कार्य अब तक शुरू भी नही हो सका है जबकि निर्माण कार्य की स्वीकृति पूर्व के वर्षों में ही हो चुकी थी पर इससे भी ज्यादा आश्चर्यजनक बात तो ये है कि इन सभी स्टापडेम का निर्माण हुए बिना निर्माण में आने वाली लागत राशि वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों के द्वारा निकाल कर गबन भी कर लिया गया जिसकी शिकायत भी वर्तमान डीएफओ को दिया जा चुका है परंतु डीएफओ को सब पता होते हुए भी उनके द्वारा अपने भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है
आपको बता दे कि निर्माण स्थल पर न ही निर्माण सामग्री है न ही स्टाप डेम का निर्माण हो सका है बावजूद इसके तात्कालीन एसडीओ के पी डिंडोरे के द्वारा फर्जी सत्यापन करते हुए निर्माण कार्य की पूरी राशि आहरित करने की अनुमति दे दी गई हैरानी की बात तो ये भी है कि जब निर्माण हुआ ही नही तो मजदूरी और सामग्री का उपयोग आखिर हुआ कहाँ है निर्माण स्थल में किसी प्रकार का सामग्री तक उपलब्ध नही है एसडीओ डिंडोरे के इस कृत्य की जानकारी विभाग में सभी को होते हुए भी अब तक कार्यवाही न होना अपने आप मे ये दर्शाता है कि इस भ्रष्टाचार में बीट गॉर्ड, डिप्टी रेंजर, रेंजर से लेकर एसडीओ एवं तात्कालिक डीएफओ के साथ साथ फर्जी आहरण करने वाले वनमंडलाधिकारी कार्यालय के लिपिक तक सभी इस भ्रष्टाचार के कृत्य में समान रूप से शामिल है अब देखना होगा कि वर्तमान डीएफओ पटेल के द्वारा इस भ्रष्टाचार में दोषियों पर क्या कोई कार्यवाही किया जाता है या इन भ्रष्ट वन कर्मियों पर मेहरबानी करते हुए आगे और भ्रष्टाचार करने के लिए यूँ ही खुला छूट दे दिया जाएगा..!