Marwahi : लैंटाना उन्मूलन के नाम करोड़ो डकार गए एसडीओ संजय त्रिपाठी, रेंजर दरोगा मरावी..

Marwahi : लैंटाना उन्मूलन के नाम करोड़ो डकार गए एसडीओ संजय त्रिपाठी, रेंजर दरोगा मरावी

 

 

वनों को लैंटाना रूपी कैंसर से बचाने के लिए जारी लाखों रुपये डकार कर कागजों में झाड़ियों का सफाया कर दिया गया। संरक्षण में ही अधिकारी/रेंजर कागजों में उन्मूलन कार्यो को अंजाम देकर लाखों रूपए के वारे-न्यारे कर चुके हैं।

मरवाही: वनपरिक्षेत्र मरवाही में रेंजर दरोगा सिंह और एसडीओ संजय त्रिपाठी के द्वारा लैंटाना उन्मूलन का कार्य कराया गया है जिसमें संजय त्रिपाठी के द्वारा पूरे मरवाही परिक्षेत्र के ज्यादातर बीटों में समस्त वन भूमि के रकबा में ही लैंटाना होना बता कर पूरे जंगल मे लैंटाना घास सफाया करने के लिए पूरे जंगल मे जेसीबी मशीन का उपयोग करना दर्शाते हुए करोड़ो रुपयों की राशि अपने चहेते फर्मों के नाम पर भुगतान कर दिया गया !

हैरानी की बात तो ये है कि जिन जंगलो में लैंटाना उखाड़ने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग करना बताया गया यदि उन जंगलो में जेसीबी मशीन चलाया जाता है तो पूरा जंगल ही साफ हो जाता साथ ही ऐसे दुर्गम स्थल भी है जहाँ जेसीबी मशीन का पहुँचना भी बहुत मुश्किल है इसके साथ ही मजदूरों के द्वारा जिन स्थानों में लैंटाना का कार्य कराया गया है वंहा पर फर्जी हाजरी भर कर करोड़ो रूपये की राशि का गबन कर लिया गया हैरानी की बात तो ये है कि यदि जंगलो के पूरे रकबा में ही लैंटाना था तो फिर करोडों रुपयों का वृक्षारोपण किन क्षेत्रों में किया गया और यदि पूरे जंगल के समस्त रकबा में लेंटाना था और उन्हें पूर्ण रूप से उखाड़ दिया गया तो फिर आज भी मड़वाही के जंगलों में लैंटाना कैसे बचा हुआ है संजय त्रिपाठी द्वारा इतने बड़े स्तर पर किये जाने वाले भ्रष्टाचार की जानकारी वन विभाग के उच्च अधिकारियों को नही है या फिर सब मालूम होते हुए भी उनके द्वारा इन सब मामलों में चुप्पी साध लिया गया है अब देखना होगा कि सीसीएफ राजेश चंदेल जिनका मरवाही से पुराना नाता रहा है एवं पीसीसीएफ और वनमंत्री के द्वारा संजय त्रिपाठी के लगातार किया गए भ्रष्टाचार पर लगाम लगाया जाएगा है या फिर पूरा शासन एवं प्रशासन त्रिपाठी के सामने नतमस्तक होकर रह जाता है…..