विधायक डॉ के के ध्रुव से जब बुजुर्गों ने कहा “आपमे हमे स्वर्गीय भंवर सिंह पोर्ते की छवि दिखती है”..

जब 80–85 साल के बुजुर्गो ने विधायक डॉ केके ध्रुव से कहा– “आपमे हम लोग स्वर्गीय भंवर सिंह पोर्ते की छवि देखते हैं”….

 

 

मरवाही: अविभाजित मध्यप्रदेश के मंत्री रहे मरवाही क्षेत्र के दिग्गज आदिवासी नेता स्वर्गीय भंवर सिंह पोर्ते का दिली जुड़ाव मरवाही क्षेत्र के साथ साथ पेंड्रा क्षेत्र के बस्तीबगरा व गौरेला क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य गावों से रहा है।इसमें कोई शक नही कि वे अपने समाज के एक सर्वमांन्य नेता रहे हैं।उन्हे आदिवासी समाज का मसीहा भी कहा जाता था।कहा जा रहा है कि स्वर्गीय भंवर सिंह के बाद पेंड्रा के बस्तीबगरा क्षेत्र सहित दूरस्थ अंचल के लोग स्वर्गीय अजीत जोगी तक से उतने नहीं जुड़े थे जितने कि आज वे वर्तमान विधायक डॉ केके ध्रुव के साथ जुड़ रहे हैं।इस जुड़ाव का एक महत्वपूर्ण कारण विधायक डॉ केके ध्रुव का सहज,सरल व्यक्तित्व का होना। यही कारण है की वे अब अपने समाज के नेता के रूप में उभर के सामने आए हैं। यही नहीं अभी अभी जब विधायक डॉ केके ध्रुव अपने दो दिवसीय दौरा कार्यक्रम में जब गौरेला व पेंड्रा क्षेत्र के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के दौरे में रहे तब उस दौरान बस्तीबगरा बेल्ट के कई सभाओं में गांव के 80– 85 वर्ष के कई बुजुर्गो ने स्वयं विधायक डॉ के केके ध्रुव के पास जाकर उन्हें आशीर्वाद देते हुए कहा की “आप में हम लोग भंवर सिंह पोर्ते की छवि देखते है।आप स्वर्गीय भंवर सिंह पोर्ते की तरह सरल व सहज हैं।उन बुजर्गो ने यह भी कहा की हमे आपसे और कुछ नही चाहिए बस आप यहां आते रहिए और क्षेत्र में अपना आशीर्वाद बनाए रहे।निश्चित रूप से भंवर सिंह के समतुल्य आपको भी प्रेम मिलेगा।” फिर क्या था कई सभाओं में इस तरह के बुजुर्गो के प्यार व आशीर्वाद पाकर विधायक सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण भी मन ही मन गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।निश्चित रूप से विधायक डॉ केके ध्रुव स्वर्गीय भंवर सिंह पोर्ते के बाद आदिवासी समाज में एक सर्वमान्य नेता के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं।जो कि क्षेत्र के आदिवासियों के लिए शुभ संकेत है।यही नहीं विधायक डॉ केके ध्रुव आदिवासी समाज के हर सार्वजनिक कार्यक्रम सहित उनके व्यक्तिगत कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते है और उन्हे मदद करने में भी पीछे नहीं रहते।