Korba: करतला के भष्ट्र प्रभारी सीईओ पर प्रशासन मेहरबान ,भड़के सरपंच बोले- तत्काल हटाएं नहीं तो शुक्रवार से बंद करेंगे काम…

करतला के भष्ट्र प्रभारी सीईओ पर प्रशासन मेहरबान ,भड़के सरपंच बोले- तत्काल हटाएं नहीं तो शुक्रवार से बंद करेंगे काम 

 

 

हस्ताक्षरमय ज्ञापन सौंप दिया हड़ताल का अल्टीमेटम ,बाधित करेंगे निर्माण एवं विकास कार्य 

कोरबा: अपने कार्यकाल में बेहद विवादित रहे कार्यालय सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग के मंडल संयोजक एच एन खोटेल को जनपद पंचायत करतला के सीईओ एम एस नागेश के चिकित्सा अवकाश अवधि में प्रभारी सीईओ बनाए जाने से के दूसरे दिन से शुरू हुआ विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। पूर्व गृहमंत्री व मौजूदा रामपुर विधायक ननकीराम कंवर के बाद अब करतला ब्लाक के समस्त सरपंच प्रभारी सीईओ खोटेल को हटाने लामबंद हो गए हैं। उन्होंने ‘खोटेल हटाओ करतला बचाओ ‘के नारे के साथ कलेक्टर को हस्ताक्षरमय ज्ञापन सौंप 26 मई तक हटाए जाने की मांग की है। सरपंचों ने कार्रवाई नहीं होने पर 27 मई से पंचायत विकास योजनाओं के समस्त निर्माण एवं विकास कार्य बंद कर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। क्षेत्रीय विधायक की शिकायती पत्र की अनदेखी कर जनभावनाओं की परवाह न कर प्रभारी सीईओ खोटेल पर मेहरबान जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जिले के सबसे चर्चित रामपुर विधानसभा क्षेत्र के जनता की नजरें टिकी है

यहाँ बताना होगा कि जनपद पंचायत करतला के सीईओ एम एस नागेश 25 अप्रैल से चिकित्सा अवकाश पर होने के फलस्वरूप स्थानीय व्यवस्था के तहत क्षेत्र संयोजक एच एन खोटेल को आगामी आदेश पर्यंत सीईओ जनपद पंचायत करतला का प्रभार दिया गया था। 25 अप्रैल को ही कलेक्टर ने यह आदेश जारी किया था। लेकिन ठीक इसके दो दिन बाद 28 अप्रैल को एक बार फिर रामपुर विधायक ननकीराम कंवर प्रशासन के इस फैसले के खिलाफ आ गए। उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखकर एच एन खोटेल को मूल पद क्षेत्र संयोजक के पद पर वापस भेजने की बात कही । कलेक्टर को लिखे पत्र में श्री कंवर ने उल्लेख किया है कि एच एन खोटेल को जब जनपद पंचायत कटघोरा सीईओ के रूप में पदस्थ किया गया था तो उनका कार्यकाल लोगों से विवादित व अल्पवधि का रहा । यही वजह है कि जनपद पंचायत करतला क्षेत्र के 40 सेव45 सरपंचों का जत्था उनके समक्ष उपस्थित होकर एच एन खोटेल को मूल विभाग में वापस कराने कलेक्टर के समक्ष भेंट करने वाले थे । इसके पूर्व जनपद सीईओ एम एस नागेश स्वस्थ होकर अपोलो हॉस्पिटल बिलासपुर से डिस्चार्ज हो चुके हैं। जिन्हें करतला सीईओ के पद पर पदस्थ करने की आवश्यकता है। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया। यही नहीं हाल ही में 19 मई को उन्होंने कलेक्टर को पुनः पत्र लिखकर प्रभारी सीईओ खोटेल और लिपिक सुखदेव प्रसाद आदित्य के भ्रष्ट कार्यशैली की शिकायत कर दोनों को निलंबित करने की मांग की थी। कमीशनखोर अधिकारियों ने उनके भांचा बहु सलिहाभांठा सरपंच श्रीमती प्रभा कंवर को भी नहीं बख्शा था। उनसे भी विधायक मद से स्वीकृत मुक्तिधाम के समतलीकरण एवं सीमेंट कांक्रीट निर्माण के एवज में रिश्वत ले ली । इस शिकायत को भी जिला प्रशासन ने हल्के में ले लिया। और संबंधित सीईओ व लिपिक को भ्रष्टा कार्यशैली के साथ निर्विघ्न कार्य करने मौन स्वीकृति दे दी । जिसका असर बुधवार को देखने को मिला। करतला ब्लाक के समस्त सरपंच प्रभारी सीईओ खोटेल को हटाने लामबंद हो गए। उन्होंने ‘खोटेल हटाओ करतला बचाओ ‘के नारे के साथ कलेक्टर को हस्ताक्षरमय ज्ञापन सौंप 26 मई तक हटाए जाने की मांग की है।उन्होंने कलेक्टर को अवगत कराया है कि सरपंच संघ द्वारा इस संदर्भ में 21 मई को सर्वसम्मति से निर्णय पारित किया गया है कि प्रभारी सीईओ एच एन खोटेल को करतला के अन्यत्र हटाया जाए। सरपंचों ने कार्रवाई नहीं होने पर 27 मई से पंचायत विकास योजनाओं के समस्त निर्माण एवं विकास कार्य बंद कर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। क्षेत्रीय विधायक की शिकायती पत्र की अनदेखी कर जनभावनाओं की परवाह न कर प्रभारी सीईओ खोटेल पर मेहरबान जिला प्रशासन की कार्यशैली पर जिले के सबसे चर्चित रामपुर विधानसभा क्षेत्र के जनता की नजरें टिकी है।

शिकायतों के बाद भी मेहरबान ,कहीं झेलना न न पड़ जाए नुकसान

ननकीराम कंवर न केवल रामपुर विधायक हैं वरन पूर्व गृहमंत्री भाजपा के प्रदेश के सबसे वरिष्ठ नेता हैं।इसके बावजूद लगातार उनकी शिकायतों को नजरअंदाज किया जाता रहा है। अब सरपंच संघ भी लामबंद हो गया है। रामपुर विधानसभा सीट एक अर्से से भाजपा का गढ़ रहा है।प्रदेश में परिवर्तन की लहर कांग्रेस की लोक लुभावनी चुनावी घोषणा पत्र के सुनामी के बीच भी भाजपा ने इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी श्यामलाल कंवर को शिकस्त देकर कब्जा की थी। अब भष्ट्र अधिकारी कर्मचारियों पर जिला प्रशासन की मेहरबानी गत वर्ष प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए गहरी खाई न बना दे।