वन परिक्षेत्र मरवाही: प्रभारी रेंजर दरोगा सिंह मराबी की उदासीनता के कारण आम नागरिक लगातार हाथियों के द्वारा कुचले जा रहे..

मरवाही वन परिक्षेत्र में प्रभारी रेंजर दरोगा सिंह मराबी की उदासीनता के कारण आम नागरिक लगातार हाथियों के द्वारा कुचले जा रहे..

 

 

मरवाही- वन परिक्षेत्र मरवाही में पिछले कुछ वर्षों से जब से दरोगा सिंह उपवन क्षेत्रपाल प्रभारी रेंजर मरवाही बनाये गए है तब से मरवाही परिक्षेत्र में हाथियो से मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है इसके पीछे प्रसाशन की उदासीनता को नजर अंदाज नही किया जा सकता है हाथियों का आतंक पिछले कुछ समय से मरवाही के जंगलों में देखा जाता रहा है हाथी मरवाही में आस पास के जंगलों जैसे कटघोरा, कोरिया आदि के रास्ते पहुँच जाते है लेकिन हाथियों के आने के बाद उनकी निगरानी उनको खदेड़ने आदि की जिम्मेदारी वन परिक्षेत्र अधिकारी होने के कारण दरोगा सिंह की होती है

ताकि हाथियों के द्वारा जन धन की हानि से बचा जा सके लेकिन प्रभारी रेंजर मरवाही दरोगा सिंह के द्वारा हाथियों के घुसपैठ का उचित प्रबंधन न कर पाने के कारण लगातार मरवाही के क्षेत्रों में जान माल का काफी नुकसान होता जा रहा इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि वन विभाग द्वारा ऐसे संवेदनशील परिक्षेत्र में एक प्रभारी रेंजर को नियुक्त किया गया है जिनको ऐसे कार्यो का कोई अनुभव ही नही है जो अनुभव हीन है लेकिन वन विभाग के द्वारा नियमो के अनदेखी करते हुए दरोगा सिंह को रेंजर के पद पर रखने का खामियाजा मरवाही की आम जनता को उठाना पड़ रहा लगातार हाथियों से हो रही मौतों का जिम्मेदार कही न कही वन विभाग के उच्च अधिकारी भी है

मुख्य वन संरक्षक से लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक तक सभी के द्वारा दरोगा सिंह को संरक्षण दिया जा रहा जिस वजह से दरोगा सिंह का पूरा ध्यान सिर्फ अपने आका संजय त्रिपाठी को खुश करने में लगा रहता है उनको इस बात से कोई खास फर्क नही पड़ता कि हाथियों के द्वारा कितने मासूमों की जिंदगी छीनी जा रही है लेकिन इन सब के बावजूद सत्ता पक्ष के साथ साथ विपक्ष भी शांत बैठा हुआ है अब देखना होगा कि सरकार द्वारा क्या मामले को संज्ञान में लेते हुए मरवाही जैसे संवेदनशील वन परिक्षेत्र के किसी योग्य रेंजर की पदस्थापना किया जाता है या फिर नही…!!!