एक उप वन क्षेत्रापाल को 2 रेंज का प्रभार,पेंड्रा वन परिक्षेत्र के प्रभारी रेंजर सत्तु जायसवाल को खोडरी रेंज का अतिरिक्त प्रभार..
जारी किया गया नियम विरुद्ध आदेश..एक उप वन क्षेत्रापाल को 2 रेंज का प्रभार
पेंड्रा वन परिक्षेत्र के प्रभारी रेंजर सत्तु जायसवाल को खोडरी रेंज का अतिरिक्त प्रभार..
नियम अनुसार गौरेला रेन्जर को मिलना था प्रभार
गौरेला पेंड्रा मरवाही- मरवाही वनमण्डल अब अपने सभी रिकार्डो को तोड़ता नजर आ रहा है सूत्रों की मानें तो खोडरी परिक्षेत्र में कार्यों की राशि में कमीशन को लेकर कुछ ठीक नही चल रहा..कमीशन की वजह से रेंज में अफरातफरी मची हुई है.।
वर्तमान परिक्षेत्र अधिकारी खोडरी राजपूत ने मांगे जा रहे कमीशन के चक्कर मे जद्दोजहद करते हुए अपने नौकरी बचाने के चक्कर में लम्बी अवकाश पर चले गए है ईसी बीच वर्तमान वनमण्डलाधिकारी ने उनके जगह पेंड्रा वन परिक्षेत्र अधिकारी(डिप्टी रेंजर) सत्तु जायसवाल को खोडरी रेंज का अतिरिक्त प्रभार का आदेश कर चौका दिया है जो की कर्मचारियो या वन विभाग के मेनुवल अनुसार कही भी फिट नही बैठता ।
अतरिक्त प्रभार मामले में सभी दबे जुबान बोल रहे है कि पेंड्रा सब डिवीजन से एक उपवन क्षेत्रपाल को दूसरे सब डिवीजन के रेंज का प्रभार देना समझ से परे है जबकि गौरेला रेंज में एक वन परिक्षेत्र अधिकारी नाग रेन्जर पद पर आलरेडी पदस्थ है परंतु सत्तु जायसवाल जो टू स्टार उपवनक्षेत्रपाल है जो पहले से ही भ्रष्टाचार के नाम से बदनाम है उनको पेंड्रा रेंज से हटाने के वजह दूसरे रेंज का प्रभार देना सीधे सीधे भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना होगा।
विभाग में अंदर ही अंदर सुगबुगाहट है कि सत्तु जायसवाल वर्तमान डीएफओ के खास करीबी रेंजरों में एक है शायद यही कारण है कि नियम विरुध्द आदेश किया गया खैर जो भी हो पर मरवाही वन मण्डल में सब ठीक नही चल रहा इससे यही प्रतीत होता है कि इस क्षेत्र को लूटने के लिए शायद प्रशासन छत्तीसगढ़ से भ्रष्टाचारों से ग्रषित अधिकारियो को यही पनाह देता है इसी लिए इस प्रकार के आदेश करने में किसी अधिकारी को कोई नियम कायदे का डर ही नही रहा वही अब जनता खुद न्याय करने के मूड में दिखती नजर आ रहे है ।