Marwahi; फर्जी तरीके से प्रभारी स्टेनो बन पुरषोत्तम कश्यप ने विभाग को लगाया करोड़ो का चूना..

फर्जी तरीके से प्रभारी स्टेनो बन पुरषोत्तम कश्यप ने विभाग को लगाया करोड़ो का चूना

 

 

गौरेला पेंड्रा मरवाही: –मामला मरवाही वन मण्डल का है वनमण्डल कार्यालय मरवाही में 15 वर्षो से स्टेनो पद पर कब्जा जमाए एक वायरलेस आपरेटर ने स्टेनो पद का दुरुपयोग करते जमकर विभागीय भ्रष्टाचार किया। 15 वर्षो में लगभग अनेक डीएफओ बदले गए परंतु पुरूषोत्तम कश्यप आज भी बना हुआ है। बता दे की लिपिक संघ द्वारा डीएफओ मरवाही, सीसीएफ बिलासपुर, पीसीसीएफ रायपुर को पत्र लिख पुरुषोत्तम कश्यप को हटाने की माग रखी थी किंतु इन अधिकारियों पर स्टेनो कश्यप भारी पड़ गया आज पर्यंत तक किसी प्रकार की कार्यवाही नही की गई।

बता दे की पुरुषोत्तम कश्यप मूलतः जांजगीर चापा का रहने वाला है इसने मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ विभाजन होने का जमकर फायदा उठाया इसने 1988 का दैनिक वेतन भोगी बता रेगुलर होने में सफल रहा इसको विभाग ने अवैध श्रमिक मानते हुए विभाग से पृथक कर क्षतिपूर्ति की राशि भी प्रदान की थी जिसे छुपाकर दोनो का फायदा इसके जमकर उठाया ज्ञात हो की क्षतिपूर्ति प्राप्त दैनिक श्रमिक का नियमितीकरण नही हो सकता था क्योंकि प्रशासन द्वारा एक सहमति फार्म में सहमति ली गई थी । इतना ही नही पुरुषोत्तम कश्यप द्वारा अपने पुत्र- भतीजे को भी विभाग में दैनिक श्रमिक में रख अपने परिवार वाद का जीता जागता उदाहरण पेश किया जा रहा है इस मामले में शिकायत कई बार किये जाने के बाद भी आज तक कोई कार्यवाही नही की गई बल्कि कश्यप को संरक्षण दिया जा रहा है। बता दे की वर्तमान में गौरेला थाने में कूट रचना करने के आरोप में अपराध पूंजी ब्द्ध करने आवेदन दिया गया है जिसमे कार्यवाही लंबित है।

सूत्र बताते है की सूचना का अधिकार साखा एवं डीजल व्यवस्था इसके ही साखा से संचालित है जिसमे आवेदकों द्वारा लगाए गए सूचना के अधिकार के एवज में कर्मचारियों को पहले पत्र लिख डराया एवम धमकाया जाता है फिर उनसे लम्बी रकम से सौदा कराई जाती है कश्यप 2004 से अपने दुकान चला रहा है जिसके शिकायत में पूर्व में ततकालिक डीएफओ आर के मिश्रा ने आदेश कर स्टेनो साखा से पृथक कर सहायक ग्रेड 3 लक्ष्मी ध्रुव को स्टेनो का प्रभार दिया गया लेकिन कुछ ही दिन बाद ध्रुव द्वारा अन्य विभाग में ज्वाइनिंग करने के बाद बिना किसी आदेश के इसके द्वारा फिर से अपना कब्जा जमा लिया गया है और जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है ।इसके सभी कारमामो के उचित जांच करते हुए विभाग को एफआईआर

दर्ज करना चाहिए। बाकी देखना दिलचस्प होगा की क्या कार्यवाही होती है।