सड़क व मजदूरी भुगतान मामले में लीपापोती करने में लगी डीएफओ ….1.36 करोड़ की सड़क को 10 लाख में बनाकर बाकी राशि गबन करने की तैयारी..
मजदूरी भुगतान मामले में लीपापोती करने में लगी डीएफओ ….1.36 करोड़ की सड़क को 10 लाख में बनाकर बाकी राशि गबन करने की तैयारी..
डीएफओ से की गई शिकायत के बाद महकमे में मध्यस्थ लाभ पहुंचाने सक्रिय
कोरबा: काम के बदले अनाज वो भी 25 रू किलो में चावल देने का मामला जैसे ही उजागर हुआ ठेकेदार और वन अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे। विश्वासी सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जो मजदूर शपथ पत्र के साथ शिकायत कर अपनी मजदूरी मांग रहे हैं, उन्हे काम से निकाल कर और उनका घर-मकान वन विभाग की जमीन में है कहकर बेदखल की कार्यवाही का दबाव बनाया जा रहा है। 24 मार्च को इन्हें कटघोरा वनमण्डल कार्यालय लाकर शपथ पत्र के विरुद्ध बयान दर्ज कराया गया है। इस मामले में ठेकेदार के विरुद्ध वन मंडल अधिकारी से शिकायत की गई है।
गौरतलब हो कि कोरबा जिले के कटघोरा वनमण्डल अंतर्गत चैतमा रेंज के बीहड़ क्षेत्र छिंदपहरी से रामाकछार मार्ग में 9 किमी का डब्ल्यूबीएम रोड बनाया जा रहा है ।वैसे तो मुरूम खोदाई से लेकर बिछाई तक का कार्य जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर से कराया जा रहा है और जंगल से मुरूम खोदने के कारण कई हरे भरे पेड़ो की बलि भी चढ़ा दी जा रही है। गिट्टी के नाम पर बोल्डरनुमा गिट्टी क्षेत्रीय आदिवासी मजदूरों से तुड़वाई जा रही है जिन्हे प्रति ट्रैक्टर 1000 रू देने की बात हुई है लेकिन रकम के बदले 25 रू प्रति किग्रा के हिसाब से एक ट्रैक्टर बोल्डरनुमा गिट्टी संग्रहण का 40 किग्रा सरकारी सोसाइटी का चांवल दिया जा रहा है ।
जिसकी शिकायत 22 मार्च को मजदूरों ने डीएफओ कटघोरा से शपथ पत्र के साथ किया था।जिसके अनुसार सूरज पिता संतराम धनुहार ग्राम छिंदपहरी को 15 ट्रैक्टर बोल्डर संग्रहण के बदले 1500 रुपए मिला है ,सुमेर पिता राम धनुहार ग्राम छिंदपहरी को 20 ट्रैक्टर की मजदूरी मात्र 2500 रू चांवल मिलाकर दिया गया है,बेलप्रसाद पिता अमिरसाय यादव को 22 ट्रैक्टर संग्रहण का 7000 रू चांवल सहित, चमारसिंह पिता रघुबर गोंड ग्राम राहा को 15 ट्रैक्टर पर 500 रू नगद और 25 किग्रा चांवल मिला है ,सूर्या पिता कल्याण धनुहार ग्राम चचाईहा को 12 ट्रैक्टर की मजदूरी 2000 रू नगद तथा 50 किग्रा चांवल मिला है,
इसी तरह संतराम पिता मंगलसिंह धनुहार ग्राम छिंदपहरी को 30 ट्रैक्टर के बदले 4200 रू चांवल सहित दिया गया है,शिवप्रसाद पिता छतराम धनुहार को 10 ट्रैक्टर के एवज में 3000 रू चांवल सहित ,लक्ष्मण पिता शिकारी धनुहार को 10 ट्रैक्टर पर 4100 रू चांवल सहित ,रामायण पिता समार साय धनुहार को 10 ट्रैक्टर पर 3000 रू ,संतोष पिता पतिराम धनुहार को 5 टैक्टर पर 25 किग्रा चांवल ,राजू पिता बोधन धनुहार को 10 ट्रैक्टर पर 3000 रू नगद तथा बाबूलाल पिता गजरूप धनुहार को 30 ट्रैक्टर बोल्डर संग्रहण पर महज 5500 रू चांवल सहित दिया गया है ।इस आशय की शिकायत मजदूरों ने स्वयं कटघोरा वनमण्डल चलकर शपथ पत्र के साथ करते हुए निर्धारित दर पर मजदूरी देने की मांग किए हैं। 1 करोड़ 36 लाख की लागत से बनने वाली इस डब्ल्यू बी एम सड़क को वन विभाग कितना में बनवाना चाहती है ये तो वन विभाग ही जाने लेकिन जिस तरह से कार्य को अंजाम दिया जा रहा है उससे नही लगता कि 9 किमी की इस सड़क में 9 लाख भी खर्च किया जाएगा ।
क्योंकि 10 मीटर की चौड़ाई में एक फीट ऊंची मिट्टी का कार्य रोलर सहित फिर आठ इंच का 7 मीटर की चौड़ाई में मुरूम रोलर और पानी तराई सहित उसके बाद 63 मिमी मोटा गिट्टी का लेयर रोलर सहित फिर मुरूम बिछाई का कार्य प्रोजेक्ट में दिया गया है लेकिन कार्यस्थल में 10 मीटर क्या 4 मीटर भी नही आ रहा है परंतु बिल वहौचर प्रोजेक्ट के अनुसार शत प्रतिशत भुगतान के लिए प्रस्तुत है। गौरतलब हो कि इस कार्य में वनमंडलाधिकारी गिट्टी, मुरूम के बोगस बिल पर कुछ भुगतान कर अपना कलम फंसा चुकी हैं जिस कारण इस मामले को हर हाल में दबाना चाहती है। पूरी शिकायत और मामले में लीपापोती के लिए हर स्तर पर कोशिश जारी है