पेंड्रा: दुर्गा मंदिर से कलश यात्रा निकालकर सोन नदी में विसर्जन किया गया
पेण्ड्रा/दिनांक 24 अक्टूबर 2023
दुर्गा मंदिर से कलश यात्रा निकालकर सोन नदी में विसर्जन किया गया
पेण्ड्रा / मां का नौ दिनों तक आराधना के पश्चात दशमीं के दिन मनोकामना ज्योति कलश की भव्य यात्रा श्रीदुर्गा मंदिर से निकाली गई। इसमें 600 महिलाएं जवारा कलश उठाकर यात्रा में शामिल हुईं। जनजातीय लोक परम्परा के निर्वहन करने वाले लोक कलाकार मां की भक्ति गीत गाते हुए इसमें शामिल होकर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत करते हुए नगर भ्रमण किए। नगर वासियों ने जगह जगह पर शोभा यात्रा की स्वागत किया। नगर भ्रमण के बाद जवारा कलश का सोन नदी में पूजन विधि विधान से कर विर्सजन किया गया।
स्वामी सुदर्शनाचार्य ने कहा कि मां दुर्गा की इस विजय को विजयदशमी का नाम दिया गया है। वहीं दशहरे की पौराणिक कथा के मुताबिक इस दिन श्रीराम ने रावण का वध किया था। रामजी ने 9 दिनों तक मां दुर्गा की आराधना करने के बाद दशमी के दिन रावण का वध किया था और इस तरह बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। इसी दिन को विजय दशमी के रूप में मनाया जाता है। स्वामी सुदर्शनाचार्य ने मां भगवती से प्रार्थना करते हुए सभी की मनोकामना पूर्ण करने की कामना की। कलश विसर्जन के बाद महिलाओं को वस्त्र वितरण किया गया और मंदिर प्रांगण में भंडारे का आयोजन भी किया गया।
काली मंदिर से कलश यात्रा निकालकर बांधा तालाब में विसर्जन किया गया
काली मंदिर राजमहल परिसर में प्रज्वलित किए गए मनोकामना ज्योति कलश एवं जवारा कलश यात्रा की भव्य शोभायात्रा निकालकर बांधा तालाब में विसर्जन किया गया। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं एवं श्रद्धालु शामिल हुए।