कटघोरा: भगवान श्री कृष्ण ने दिलाई मथुरा वासियो को कंश के अत्याचार से मुक्ति: बृजेश महाराज

कटघोरा: स्व रामनारायण कश्यप की स्मृति में पुत्र विरेन्द्र मोहन,श्याम सुंदर, मुरारी लाल जायसवाल कटघोरा के द्वारा वार्ड नं 5 नवागांव कटघोरा में आयोजित श्रीमद्भागवत महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह में कथा वयास श्री ब्रिजेस जी महराज बरसाना वृन्दावन धाम ने अपने व्यास पीठ से श्रोताओं को कंश वध व उद्धव प्रसंग के साँथ साँथ देवी रुक्मिणी के विवाह प्रसंग पर प्रकाश डालते हुए बताते हैं कि

एक बार मथुरा में कंश का आतंक बढ़ने लग जाता है सभी नगरवासी कंश के द्वारा किये जा रहे अत्याचार से भयभीत रहते हैं सभी देवता भी प्रभु से निवेदन करने लगे कि हे प्रभु मथुरा में कंश का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है कृपया इस कंश का वध कर मथुरा वासी को इसके आतंक से मुक्त करो तभी वो शुभ घड़ी आ जाती है मथुरा में कुश्ती युद्ध के लिए गोकुल में निमंत्रण आता है तब कन्हैया अपने भाई बलराम के साँथ मथुरा नगरी पहुंच जाते हैं और योद्धाओं के साँथ युद्ध होता है जब सभी योद्धा हार जाते हैं तब स्वय कंश कन्हैया से युद्ध करने के लिए आते हैं और कहते हैं कि हे बहरूपिया लगता है कि तेरी मृत्यु मेरे ही हांथो लिखी हुई है ,

और एक ओर सभी देवता भी कंश को मृत्य का इंतजार कर रहे थे और दोनों के बीच युद्ध प्रारंभ होता है जिसमे प्रभु के हांथो कंश का वध हो जाता है और जैसे ही कंश का वध होता है स्वर्ग लोक के सभी देवता प्रभु के ऊपर पुष्प की वर्षा करने लगते हैं इस बीच प्रभु ने सभी मथुरा वासियो को कंश के अत्याचारों से मुक्ति दिलाई उद्धव गोपी सम्भाग के मध्य महराज श्री ने बताया कि उद्धव इतने ज्ञानी थे कि गोपियों के सामने उनकी एक भी नही चली उद्धव सुध्व हेगायो सुन गोपिन के बोल ज्ञान भजाई डूम दुमी प्रेम बजायो ढोल इसके पश्चात रुक्मणि कृष्ण विवाह पर बोलते हुए राजा भिसमत के यहां रुक्मिणी लक्ष्मी जी के रूप में प्रकट हुई राजा शिशुपाल के साँथ विवाह निश्चित हुआ नाराद जी ने बताया कि आपका पाणिग्रहण संस्कार द्वारिकाधीश भगवान श्री कृष्ण के साँथ निश्चित है तब रुक्मिणी जी ने भगवान श्री कृष्ण को पत्र लिखा भगवान श्री कृष्ण अपने रथ में कुंदनपुर आते व इसी बीच देवी रुक्मिणी देवी पूजा के लिए जाती है तभी भगवान श्री कृष्ण रुक्मिणी को रथ में बैठाकर द्वारिका की ओर ले जाते हैं,

इतने में शिशुपाल अपनी अक्षणि सेना लेकर आते हैं लेकिन भगवान श्री कृष्ण उसकी आधी दाढ़ी व आधी मुछ काट देते हैं तभी रुक्मिणी भगवान से प्रार्थना करती है कि ये मेरा भाई है इसको छमा कर दो व रुक्मिणी व प्रभु श्री कृष्ण द्वारिका चले जाते हैं उनका विधिवत ब्रम्हा जी विवाह कराया इस बीच परिवार के रुक्मणि विवाह का सुंदर व मनमोहक झांकी भी प्रस्तुत किया गया इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा पवन गर्ग, भाजपा जिला कोषाध्यक्ष गोपाल मोदी,आशीष अग्रवाल छुरी,मण्डल कोषाध्यक्ष अजय धनोंदिया,लिलार गोस्वामी,सहित नगर के सभी नागरिकों के साँथ साँथ बाहर शहरी से भी श्रोता गणो ने भी आकर श्रीमद्भागवत कथा का रसपान किया