SDM की मेहरबानी से RI गदगद, साढ़े 3 साल डायवर्सन के बाद फिर मलाईदार जगह में मिला डायवर्सन का प्रभार

आखिर क्यों है एसडीएम साहब मेहरबान,क्या वजह है की फिर से दिया गया आरआई को मलाईदार जगह

कलेक्टर के आदेश को दरकिनार कर एसडीएम साहब क्यों कर रहे अपनी मनमर्जी

आरआई का इतना जलवा इतना पॉवर और इतना एप्रोच कहाँ से कैसे

बिलासपुर; कहते है अगर अपना रसूख और जलवा कायम रहा तो अफसरों के भी हाथ कांपने लगते है किसी पर कार्रवाई करने या फिर किसी इधर उधर करने में,यही कारण है की ऐसे कई पटवारी है जो सोचते थे की उनका कुछ नहीं होगा बल्कि सब सेट है लेकिन जिले के कलेक्टर ने एक तिलिस्म को तोड़ दिया और बता दिया की यहाँ पर कोई भी रसूख नहीं बल्कि सभी लोग एक बराबर है

खैर यह तो होते रहता है लेकिन काफी समय बाद जिले में ऐसा हुआ है जिसमे एक सिरे से जिले भर में पटवारियों को इधर से उधर बदला गया है…इसके पहले सिर्फ तहसील तक सीमित रहता था….अब हम चलते है राजस्व निरीक्षकों के पास….इसमें भी कुछ लोग ऐसे है जो अपने रसूख के दम पर अपनी मर्जी से से जहाँ चाहे वहाँ पर रह लेते है और ज्यादा हुआ तो दो काम एक साथ करते है ताकि ज्यादा पैसा कमाने का अवसर मिल सके….दरसल हम बात कर रहे है तखतपुर मंडल में राजस्व निरीक्षक के पद पर पदस्थ रामरतन आदिले की….जिनको तखतपुर एसडीएम ने अजीबो गरीब पदस्थापना( प्रभार)दिया है…आरआई रामरतन आदिले

को न सिर्फ तखतपुर मंडल के कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है बल्कि तखतपुर

अंतर्गत सकरी तहसील के सभी ग्रामो का डायवर्सन कार्य करने की जिम्मेदारी दी है…हम आपको बता दे की कलेक्टर के आदेश को दरकिनार करके एसडीएम ने अपना आदेश जारी किया है जिसकी चर्चा इन दिनों पुरे विभाग में हो रही है…चूँकि एसडीएम साहब बड़े है इसी वजह से उनके सामने किसी की बोलने की हिम्मत नहीं हो रही है…जबकि देखा जाए तो मलाईदार जगह पर आरआई रामरतन आदिले को प्रभार दिया गया है ताकि मोटी रकम कमा सके….इसी तरह आरआई गौरव गुलहरे को पुरे तखतपुर का डायवर्सन करने की जिम्मेदारी दी गयी है….सूत्र बता रहे है की एसडीएम ने 4/3/2024 को आदेश जारी करते हुए 1/3/2024 के परिपालन में काम करने निर्देशित किया है….

बता दे की आरआई रामरतन आदिले इसके पहले भी बिलासपुर के डायवर्सन में 24/6 2020 से पदस्थ थे…मतलब साढ़े 3 साल तक बिलासपुर के डायवर्सन में रहे….हालांकि इस बीच कलेक्टर ने अंगद की पांव की तरह जमे हुए लोगो को बाहर का रास्ता दिखाया और ताबड़तोड़ तबादला किया….लेकिन यहाँ भी तखतपुर के एसडीएम ने कलेक्टर के आदेश को दरकिनार या यूँ कहे की नजरअंदाज करके फिर से मलाईदार जगह पर पदस्थ कर दिया है….यहाँ पर तो सिर्फ यही कहा जा सकता है की आरआई का जलवा जोरदार है और सेटिंग करने में माहिर हैं या फिर एसडीएम के पास और कोई आरआई नहीं है जिसे यह जिम्मेदारी दे सके..मतलब एसडीएम के नजर मे बाकि आरआई किसी काम के नहीं है…क्योंकि जिस तरह से इस आरआई को प्रभार दिया गया है ,

उससे साफ़ पता चलता है की कही न कही खिचड़ी पक रही है और सूखे कुंए से पानी निकालने की कोशिश की जा रही है….फ़िलहाल देखना होगा की इस तरह का खेल कब तक जारी रहेगा या फिर ऐसा खुला खेल जारी रहेगा और लोग सिर्फ तमाशा देखते रहेंगे….वैसे देखा जाए तो अन्य तहसीलों मे भी कुछ इसी तरह से काम हो रहा है…जिसमे अपने चहेतो या फिर रसूखदारों या फिर एप्रोच वालो को मनचाही जगह दी जा रही है…जिसका भगवान ही मालिक है…..