*कच्चे आम कितना, कब ,और कैसे खाएं, जानिए आम खाने के फायदे और नुकसान*

हमने बचपन में बहुत आम खाए, यह भी जाना कि फलों का राजा होता है आम, और राष्ट्रीय फल भी, गर्मी के आते ही आम  हर घर में पाया जाता है और बड़ी चाव से लोग बाग इस का लुफ्त उठाते हैं, खट्टे हो या मीठे ऐसा कोई ही होगा जो आम पसंद नहीं करता होगा, लू लगने पर भी दादी मां के नुस्खों में कच्चे आमों का बड़ा योगदान रहता था, आज  कई परिवारों में लू लगने पर दवा लेने से पहले कच्चे आम का प्रयोग किया जाता है,

दादी मां के जमाने वाले नुस्खे से आम को आग में भूनकर या उबालकर इसका पना बना कर पीने से गर्मी की तपन भाग जाती है।

भारतीय घरों में  कच्चे आम का आचार का हो ना भी आम बात है।

लेकिन आम खाने में जितना स्वादिष्ट है उतना ही हानिकारक भी आइए जानते हैं की आम हम को कितना फायदा और कितना नुकसान पहुंचाता है।

 

 

कच्चे आम शरीर में पानी की आपूर्ति में सहायक होता है, जो हमारे पाचन के लिए जरूरी है. इसमें एसिड होता है, जिससे गर्मियों में होने वाली पाचन संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है.

एसिडिटी की समस्या से निजात …
लू से बचाने में हेल्पफुल …
इम्यूनिटी बूस्ट करने में मददगार …
शुगर लेवल कम करने में सहायक …
इन समस्याओं से भी दिलाएगा राहत
ये हैं अधिक आम खाने के नुकसान:
​वजन बढ़ना आम में कैलोरीज की मात्रा बहुत अधिक होती है जो कि वैसे तो इंसान के शरीर के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन अगर इसका सेवन अधिक किया जाता है तो उससे वजन बढ़ सकता है।
​फुंसी और मुंहासे की समस्या …
​दस्त लगना …
ब्लड शुगर बढ़ाए …
​एलर्जी की शिकायत …
​पचने में मुश्किल
: कब खाना बेहतर

और पाचन शक्ति खराब होने से खान-पान पर इसका असर पड़ने लगता है और परिणामस्वरुप वजन घटाने का आपका मकसद पूरा नहीं हो पाता है। आम के शौकीन हैं तो ऐसा नहीं कि आप एक दिन में 2 से 3 आम खा जाएं। आपको सीमित मात्रा में कम से कम 1 कप तक आम रोज अपने डायट में शामिल करना चाहिए।
आम खान के ऊपर भूलकर भी दही या रायता का सेवन न करें. इन दोनों चीजों को खाने से भी रिएक्शन होता है और पेट की कई समस्याएं होने लगती हैं. दही से बनी चीजें भी आम के साथ नहीं खानी चाहिए.