चिराग परियोजना के अंतर्गत आवश्यक पदों पर नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में हुई सम्पन्न

चिराग परियोजना के अंतर्गत आवश्यक पदों पर नियुक्ति हेतु आयोजित परीक्षा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में हुई सम्पन्न

छत्तीसगढ़ – चिराग Chhattisgarh Inclusive Rural and Accelerated Agriculture Growth (CHIRAAG) एक बहु-क्षेत्रीय परियोजना है जिसे छत्तीसगढ़ सरकार राज्य के 25 आदिवासी जनसंख्या वाले क्षेत्रों में कृषि विकास के लिए लागू करने की तैयारी कर रही है। किसानों की आमदनी के अवसरों को बढ़ाना, ग्रामीण क्षेत्रों में पौष्टिक खाद्य पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और क्षेत्रीय जलवायु पर आधारित पोषण-उत्पादन प्रणाली के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों के समुचित प्रबंधन हेतु कार्यप्रणाली का विकास करना चिराग परियोजना का महत्वपूर्ण उद्देश्य है।

विश्व बैंक से सहायता प्राप्त चिराग परियोजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आवश्यक पदों पर नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। दिनांक 26 सितंबर के दिन इस हेतु परीक्षा का आयोजन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर में किया गया। सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक यह परीक्षा 4 पालियों में आयोजित की गयी। पहली पाली में कुल 1799, दूसरी पाली में 1800, तीसरी पाली में 1660 और चौथी पाली में कुल 1666 उम्मीदवारों ने भाग लिया। इस परीक्षा में अपनी उम्मीदवारी दर्ज करने के लिए छत्तीसगढ़ के दूरस्थ ग्रामीण-दुर्गम क्षेत्रों, जैसे बस्तर, बीजापुर, दँतेवाड़ा, नारायणपुर आदि के साथ-साथ देश भर से, झारखंड, बिहार से भी युवाओं ने हिस्सा लिया। चिराग परियोजना 44 विभिन्न पदों के लिए लगभग 265 उम्मीदवारों की भर्ती की जाएगी।

इस परियोजना में वर्ल्ड बैंक और संयुक्त राष्ट्र संघ की कृषि विकास के लिए जिम्मेदार संस्था (आईएफएडी) International Fund for Agriculture Development, द्वारा धनराशि उपलब्ध कराई गई है। छत्तीसगढ़ शासन ने भी अपने कोष से चिराग परियोजना में 30% की राशि का निवेश किया है। इस परियोजना के क्रियान्वयन हेतु कुल 1800 करोड़ राशि का निवेश किया जा रहा है। जल्द ही उम्मीदवारों की चयन प्रक्रिया सम्पन्न होने के पश्चात चिराग परियोजना का क्रियान्वयन आरंभ किया जाएगा।