कोरबा : मनरेगा में गड़बड़झाले की खबर प्रकाशन से बौखलाए सरपंच ने पत्रकार का रास्ता रोक जान से मारने की दी धमकी, पुलिस में लिखित शिकायत देकर उचित कार्यवाही एवं सुरक्षा प्रदान करने पीड़ित ने की मांग

कोरबा/पसान:- जिले के पसान थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत में कराए जा रहे मनरेगा के कार्य मे गड़बड़ी किये जाने की खबर प्रकाशित करने से बौखलाए सरपंच द्वारा पत्रकार का रास्ता रोक गाली- गलौज करते हुए जान से मारने तक कि धमकी दे दी गई। पत्रकार ने मामले की थाने में लिखित शिकायत कर कड़ी कार्यवाही के साथ सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है।

मामला है पोड़ी उपरोड़ा जनपद अंतर्गत कुम्हारीसानी ग्राम पंचायत का, जहां मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्य मे गड़बड़ी करने के साथ पंचायत के जाबकार्ड धारी अधिकतर जरूरतमंद लोगों को काम का लाभ नहीं दिए जाने की लिखित शिकायत यहां के ग्रामीणों द्वारा बीते दिनों कलेक्टर एवं जनपद पंचायत सीईओ से किया गया है। जिस मामले को लेकर पसान क्षेत्र के पत्रकार मिथलेश कुमार द्वारा प्रमुखता से खबर प्रकाशित की गई। साथ ही अन्य अखबारों में भी उक्त खबर का प्रकाशन हुआ। बस फिर क्या था, खबर के प्रकाशन से बौखलाए ग्राम पंचायत कुम्हारीसानी के सरपंच शुभावन सिंह कोर्चे द्वारा पत्रकार का रास्ता रोककर जमकर अश्लील गाली- गलौज करते हुए जान से मारने तक कि धमकी देते हुए कहा गया कि तुम बहुत बड़े पत्रकार बनते हो जो मेरे खिलाफ खबर छापते हो, तुम मुझे नही जानते, अगर तुमने अब मेरे पंचायत से संबंधित किसी प्रकार का खबर प्रकाशित किया तो तुम्हे जान से मार दूंगा। और सड़क में भी नजर मत आना वरना चारपहिया वाहन के नीचे कुचलवा दूंगा। सरपंच के इस धमकी से भयभीत पत्रकार मिथलेश कुमार द्वारा पसान थाना पहुँचकर घटना की लिखित शिकायत देते हुए सरपंच के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही एवं सुरक्षा प्रदान करने की मांग की गई है।

बता दें कि कुम्हारीसानी पंचायत के सरपंच शुभावन सिंह द्वारा सचिव व रोजगार सहायक के साथ मिलीभगत कर ग्राम के विभिन्न विकास एवं निर्माण के कार्यों में मनमानी करते हुए जमकर अनियमितता को अंजाम दिया जा रहा है। सरपंच के जिस मनमानी से यहां के ग्रामीण त्रस्त है, तथा जिसकी शिकायत भी की गई है। किंतु अभी तक किसी भी प्रकार के कार्यवाही के अभाव में सरपंच के हौसले काफी बुलंद है और भर्राशाही पूर्वक अपने पद का उपयोग करते आ रहा है। बताया जाता है कि राजनीतिक संरक्षण की वजह से सरपंच द्वारा पंचायती कार्यों में खुलकर अनियमितता बरती जा रही है। जो किसी से नही डरने की बात करते हुए बेखौफ अपने कृत्यों को अंजाम दे रहा है। ऐसे बेलगाम सरपंच पर लगाम कसने की महती आवश्यकता है, ताकि ग्राम विकास के लिए आए जनता के पैसे का दुरुपयोग न होने पाए।