मोदी को बताया असफल PM:भूपेश बघेल ने कहा- इतिहास समीक्षा करेगा तो जुमलेबाज के रूप में दर्ज होगा प्रधानमंत्री का नाम

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के तीन दिन के प्रवास से रायपुर लौट आए हैं। रायपुर लौटते ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला किया है। मुख्यमंत्री ने नरेंद्र मोदी को इतिहास का सबसे असफल और जुमलेबाज प्रधानमंत्री बताया है। मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने नरेंद्र मोदी को आजादी के बाद का सबसे सफल प्रधानमंत्री बताया था।

रायपुर हवाई अड्‌डे पर प्रेस से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह अमित शाह का आकलन हो सकता है। लेकिन जब इतिहास समीक्षा करेगा तो देखेंगे कि नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी लागू की, उससे देश और उसकी अर्थव्यवस्था क्या प्रभाव पड़ा। जीएसटी लागू किया तो देश की अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ा। जब देश में काेराेना में वृद्धि हो रही थी और देश में बनी वैक्सीन को ये निर्यात कर रहे थे, उसकी लोग समीक्षा करेंगे। मैं समझता हूं कि सबसे असफल और जुमलेबाज प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी जी का नाम दर्ज होगा।

खाद्य तेलों की महंगाई पर भी केंद्र को आड़े हाथ लिया

खाद्य तेलों की बढ़ती कीमतों पर भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार के जाे तीन काले कानून हैं उसमें यही है न कि स्टॉक करने की सीमा को आपने खत्म कर दिया है। कोई कितना भी स्टॉक कर सकता है, उसमें राज्य सरकार कोई कार्यवाही नहीं सकती। जब तक उसका रेट दोगुना न हो जाए, तब तक भारत सरकार भी कोई कार्यवाही नहीं कर सकती। वह केवल निर्देशित करेगी। एसेंसियल कमोडिटी एक्ट उन्होंने समाप्त कर दिया। अब वे निर्देश दे रहे हैं। जब निर्देश आएगा तो देखेंगे कि क्या करना है।

25 को लखनऊ गए थे मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 25 अक्टूबर को विशेष विमान से लखनऊ गए थे। उन्होंने बताया, दो दिन के प्रवास के कांग्रेस कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई है। सामाजिक संगठनों के साथ चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया, बुधवार को वे हिमाचल प्रदेश गए थे। वहां पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की विधानसभा अर्की का उप चुनाव हैं जो उनके निधन की वजह से खाली हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया, वहां जीत की प्रबल संभावना है। विधानसभा का आम चुनाव भी अगले वर्ष ही होना है।