कटघोरा : शायद! हमारी बात प्रदेश के मुखिया तक नही पहुँच रही,वरना कटघोरा जिला बन जाता-अधिवक्ता संघ..

शायद! हमारी बात प्रदेश के मुखिया तक नही पहुँच रही,वरना कटघोरा जिला बन जाता-अधिवक्ता संघ

कटघोरा/रितेश गुप्ता : आज अधिवक्ता संघ की बैठक में अधिवक्ताओ की मायूसी व जनप्रतिनिधियों के प्रति नाराजगी आफ नजर आई,संघ के सचिव ने प्रेसवार्ता के दौरान जाहिर किया कि शायद!हमें लगता है हमारी बात प्रदेश के मुखिया तक नही पहुँच पा रही है जो अभी तक कटघोरा जिले की घोषणा नहीं हो पाई है।पिछले 158 दिनों से कटघोरा अधिवक्ता संघ का क्रमिक धरना प्रदर्शन न्यायालय के सामने जारी है जिसमे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों सहित सर्व समुदायों का समर्थन मिल रहा है फिर भी प्रदेश के मुखिया का कटघोरा की ओर ध्यानाकर्षण नही होना समझ से परे है।

आज 27 जनवरी को अधिवक्ता संघ की हुई बैठक में अधिवक्ताओ के बीच मायूसी के बादल छाये रहे।दरअसल 26 जनवरी को कटघोरा को जिला बनाये जाने की घोषणा होनी थी,पर घोषणा का कोई जिक्र तक नही हुआ।लिहाजा कटघोरा अधिवक्ता संघ के सचिव अमित सिन्हा ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व विधायको की कमजोर ईक्षा शक्ति को जाहिर करते हुए कहा है कि ये हमारी बातों को प्रदेश के मुखिया तक पहुँचा पाने में असमर्थ है जिस वजह से कटघोरा जिले की घोषणा से वंचित रहा है।इन्होंने आगे बताया कि कटघोरा को जिला बनाओ अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।26 जनवरी को कटघोरा जिला की घोषणा नही होने से अधिवक्ता संघ में खासी नाराजगी है।

कटघोरा को जिला बनाने सर्व राजनैतिक दल समर्थन दे रहे हैं फिर भी प्रदेश के मुखिया के कानों पर जु तक नही रेंगी,इससे साफ जाहिर है कि प्रदेश के मुखिया कटघोरा को जिले का दर्जा देने के पक्ष में नही हैं या फिर कटघोरा की मांग को क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मुखिया तक सही ढंग से पहुंचा पाने में असमर्थ है।बता दे कि क्षेत्र के विधायक ने चुनावी घोषणा पत्र में कटघोरा की जनता से वादा किया था चुनाव जीतने के बाद कटघोरा को जिला बना दिया जाएगा।अब भला उस वादे का क्या जिस पर कटघोरा की जनता ने भरोसा कर कांग्रेस के हाथों कटघोरा की कमान सौपी थी।अब कटघोरा की जनता सिर पीटने के साथ चुनाव का इंतजार कर रही है।