सरकार की बड़ी कार्यवाही….विवादित SDO हुए मुख्यालय अटैच….वन विभाग में मचा हड़कंप

CM की कार्रवाई….विवादित SDO हुए मुख्यालय अटैच….वन विभाग में मचा हड़कंप

 

 

खास खबर रायपुर/ बिलासपुर/ जीपीएम। वैसे तो हमेशा सबसे ज्यादा विवादित और मलाईदार जगह वन विभाग है,जहां पर पैसा गबन करने के बाद भी जल्दी आरोप नही लगता है। क्योंकि इसका काम ही ऐसा है।जिंसमे जंगल झाड़ी और पौधारोपण के नाम पर भरपूर पैसा आता है और सरकारी काम भी बहुत ज्यादा रहता है। लेकिन होता कुछ नही है मतलब सिर्फ दिखावे के काम होता है। चूंकि नीचे से लेकर ऊपर तक के अफसरों को चढ़ावा, नेता और मंत्री का हाथ रहता है तो जाहिर है कि किसी अफसर पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नही होगी, बस यही कारण रहता है कि इसके बाद अधिकारी अपना आपा खो बैठते है और ऐसा काम करते है जिंसमे कोई बोलने वाला नही रहता है।

लेकिन पल भर के लिए यह भूल जाते है कि गलत काम का गलत नतीजा निकलता ही है। हर किसी दिन वही उनको भारी पड़ जाता है। फिलहाल हम बात कर रहे है फारेस्ट विभाग के अफसर संजय त्रिपाठी की,जो विवादों में घिरे हुए है और काफी सुर्खियों में बने हुए है। दरसल मरवाही वन मंडल वन विभाग में सदी के सबसे बड़े घोटालेबाज मरवाही वन मंडल में पदस्थ एसडीओ संजय त्रिपाठी के भ्रष्टाचार युग का आखिरकार अंत हो गया है….प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल सरकार की बड़ी कार्यवाही देखने को मिल रही है…जहां एक लंबे अरसे के बाद संजय त्रिपाठी को मरवाही वनमण्डल से हटाकर मुख्यालय अटैच किया गया है..

.यह कार्रवाई वैसे तो कई मायनों में जोड़कर देखा जा रहा है लेकिन वन विभाग और आमजनों के बीच जो चर्चा हो रही है वह यही है कि विवादित संजय त्रिपाठी को लेकर सरकार किसी तरह का कोई भी रिस्क लेकर काम नही करना चाहती है। बल्कि इनकी इतनी ज्यादा शिकायत आ रही थी कि सरकार को आखिरकार यह कार्रवाई करनी पड़ी। फिलहाल वन विभाग में जिस तरह से इन्होंने एकतरफा हीरो बनकर जंगल का खेल खेला था वह अब मुक्त हो गया है। मतलब मरवाही वन मंडल में इनकी तूती बोलती थी और इनके सामने सब अफसर चुप रहते थे। जिसके कारण वन विभाग में ही कई फाड़ हो चुके थे।