पेंड्रा वन परिक्षेत्र; पुलिया का काम प्रारंभ किए बिना ही फ़र्ज़ी तरीके से निकाली गई पूरी राशि..डीएफओ ने जांच कर कड़ी कार्यवाही का दिया आश्वासन..
पेंड्रा; पुलिया का काम प्रारंभ किए बिना ही फ़र्ज़ी तरीके से निकाली गई पूरी राशि.
गौरेला पेंड्रा मरवाही; मरवाही वन मंडल में मनरेगा घोटाला की गूंज विधानसभा तक जा चुकी है उसके बाद भी मरवाही वनमण्डल में मनरेगा में भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है ताजा मामला वन मंडल मरवाही के वन परीक्षेत्र पेंड्रा का है जहां पेंड्रा वन परिक्षेत्र अंतर्गत वर्ष 2020 21 में मनरेगा के तहत दो नग पुलिया निर्माण की स्वीकृति जिला पंचायत बिलासपुर के द्वारा प्रदान की गई थी. जिसमें रामगढ़ से करगी खुर्द पहुंच मार्ग लागत 1000000 रु वा रामगढ़ से करगी खुद पहुंच मार्ग लागत 1500000 शामिल है उक्त दोनों पुलिया का निर्माण का अलग-अलग स्टीमेट बनाया गया था लेकिन आरोप है कि पुलिया का कार्य प्रारंभ किए बिना ही 1 वर्ष पूर्व फर्जी तरीके से संपूर्ण राशि का आहरण सप्लायर एसकेएस कंस्ट्रक्शन के द्वारा कूट रचना करके निकाल लिया गया.
जब वन विभाग के कर्मचारियों / अधिकारियों को इस बात की सूचना मिली विभाग के द्वारा 3 माह पूर्व आनन-फानन में उक्त कार्य को प्रारंभ कराया गया है दो पुलिया को बिना किसी सक्षम स्वीकृति के एक साथ एक ही जगह पर बनाया जा रहा है जिसमें निर्धारित एस्टीमेट का पालन नहीं किया जा रहा है मन माना कार्य करा कर खानापूर्ति की जा रही है इस विषय पर डीएफओ ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है
डीएफओ दिनेश पटेल मरवाही वन मंडल
मनरेगा से कार्य स्वीकृत हुआ था जिसमे अभी तक कार्य पूर्ण नही हुआ है ,अगर गलत हुआ है तो बिल्कुल जांच के बाद कार्यवाही की जाएगी..