गौरेला पेंड्रा मरवाही: ट्रांसफर के महीनो बाद भी रिलीव नहीं करने का खेल, राज्य शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाता जिला प्रशासन….
ट्रांसफर के महीनो बाद भी रिलीव नहीं करने का खेल, राज्य शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाता जिला प्रशासन….
गौरेला पेंड्रा मरवाही: जिला प्रशासन खुद को राज्य शासन से उपर समझते है , जिसकी वजह से ही शासन द्वारा स्थानांतरण आदेश के 6 महीने बाद भी विभागों में अफसर जमे हुए हैं। सरकार ने इस आदेश पर पहले ही सर्कुलर जारी करते हुए संबंधित अफसरों को रिलीव करने का आदेश जारी किया है पर इसके बाद भी इन अफसरों को विभागाें ने रिलीव नही किया।
सरकार ने विभागों में किसी भी अफसर की पदस्थापना के अधिकतम तीन साल का नियम तय किया है। यह अवधि गुजर जाने के बाद अफसरों को सरकार के स्थानांतरण आदेश से तय जगहों पर जाना ही होता है। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य सरकार काम में पारदर्शिता लाना है लेकिन कई विभागों में ऐसा नहीं होता। सरकार के आदेश की उन्हीं के अफसर अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा अक्सर दो कारणों से होता है। यदि सरकार के तबादला आदेश के बाद कोई अधिकारी कोर्ट से स्टे नहीं लिया है तब भी वह अपने अपने पद पर जमा है। इसका सीधा सा मतलब यही होता है उसने अपने उच्च अधिकारी से सेटिंग कर ली है। इसी वजह से वह विभाग से रिलीव नहीं हो रहा है। दूसरा यह होता है कि वह रिलीव तो हो गया लेकिन तबादला के बाद तय जगह पर उसने ज्वाइनिंग नहीं ली।
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पटवारी के मामले में गड़बड़ी
पेंड्रारोड तहसील अंतर्गत हल्का में पटवारी पद पर पदस्थ रहे भानु प्रताप साय का तबादला 6 माह पूर्व बिलासपुर हुआ है लेकिन इसके बाद भी भानु प्रताप साय को यहां से रिलीव नहीं किया गया। रिलीव नहीं होने की वजह कोई भी बताने को तैयार नहीं है। इसके चलते नियम टूट रहे हैं।
स्थानांतरण नीति में सभी विभागों के सचिव, प्रमुख सचिव और अपर मुख्य सचिव को कहा है कि अनुभागों में तैनात कर्मचारियों के स्थानांतरण के आदेश जैसे ही मिलते हैं, उन्हें तत्काल कार्यमुक्त कर दिया जाए। इसके अलावा कर्मचारियों को आदेश हैं कि ऑर्डर मिलते ही वे तत्काल स्थानांतरित स्थानों पर जॉइनिंग दें। स्थानांतरण रोकने के संबंध में प्रत्यावेदन देने या मनचाही जगह तैनाती के लिए किसी भी स्तर से दबाव डलवाने पर सरकारी कर्मचारी आचरण नियमावली के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
गौरेला पेंड्रा मरवाही: एक पटवारी को हटाने जिला प्रशासन के छूट रहे पसीने ? बीते वर्ष हुआ था स्थानांतरण अभी तक नही किया भारमुक्त.. – लल्लन गुरु ,न्यूज़ छत्तीसगढ़… https://lallanguru.com/?p=16611