कोरबा: रात में पीडीएस के चावल की अफरा-तफरी, विशेष टीम ने पकड़ा पिकअप.. गिरोह सक्रिय…
कोरबा: जिले में सरकारी चावल की अफरा-तफरी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। गाहे-बगाहे ऐसे मामले सामने आते ही रहते हैं। ट्रांसपोर्टिंग के कार्य में लगे कुछ वाहनों के चालक और संबंधितों की सांठगांठ सरकारी चावल की कालाबाजारी में लगे चंद लोगों से होने के कारण गरीबों का चावल पीडीएस में ना पहुंचकर सीधे व्यापारी के गोदाम में ठिकाने लगाने के लिए पहुंच जाता है। एक ऐसे ही पिकअप वाहन को पुलिस की विशेष टीम द्वारा पकड़ा गया जो रात के वक्त शहर क्षेत्र में संचालित एक पीडीएस में भंडारण के लिए निकला था लेकिन कहीं और पहुंच गया।
मामला कुछ ऐसा है कि नागरिक आपूर्ति निगम के गोदाम से शासकीय खाद्यान्न चावल लोड कर शिवाजी नगर में संचालित पीडीएस दुकान क्रमांक 1013 में अनलोड करने के लिए स्वराज माजदा वाहन क्रमांक CG.12.AX.3224 में 32 क्विंटल 5 किलो चावल लेकर चालक निकला था। शनिवार रात करीब 8 बजे यह वाहन जिला चिकित्सालय के सामने खड़ा था। इसके बाद शिवाजी नगर की बजाय डीडीएम मार्ग में यह वाहन नजर आया।
पीडीएस के गोदाम में चावल लोड करने की बजाय बहुत देर तक गाड़ी को डीडीएम रोड में खड़ी कर चालक टाइम पास करते रहा। कुछ लोग चावल अफरा-तफरी की आशंका पर उक्त गाड़ी की निगरानी में पहले से ही लगे हुए थे। कुछ देर के बाद चावल सहित वाहन को लेकर चालक ट्रांसपोर्ट नगर से मुड़ापार चौक होते हुए बाईपास मार्ग से आगे बढ़ रहा था कि अफरातफरी के संदेह पर जिला पुलिस के विशेष टीम को फोन कर जानकारी दी गई। रात करीब 9:30 बजे टीम ने पंजाब होटल के पास रुकवा कर आवश्यक पूछताछ की। शिवाजी नगर के वीडियोस में चावल खाली ना कर और इतनी रात सरकारी चावल को लेकर इधर-उधर घूमने के संबंध में संतोषप्रद जवाब नहीं मिलने पर चावल लदा पिकअप को कोतवाली में लाकर रात्रि करीब 9:30 बजे खड़ी करवा दिया गया।
इस पूरी कार्रवाई के कुछ घंटे बाद ट्रांसपोर्टर के कुछ लोग मामले को रफा-दफा कराने की फिराक में कोतवाली के आसपास नजर आए। बताया जा रहा है कि डीडीएम रोड में जहां पिकअप का चालक वाहन लेकर गया था,वहीं आसपास एक राइस मिलर के संबंधित प्रतिष्ठान का गोदाम भी है लेकिन निगरानी किए जाने के कारण चावल को गोदाम में खाली नहीं कर पाया।
0 जिस दुकान जाना था वहां क्यों नहीं गया, लीपापोती की जा रही
इस मामले में भारतीय खाद्य निगम के सलाहकार समिति (छ.ग.) के पूर्व सदस्य राजकुमार दुबे का कहना है कि जिले में पीडीएस के चावल की अफरा-तफरी कुछ लोग सिंडिकेट बनाकर विगत कई सालों से बेखौफ होकर कर रहे हैं। राजकुमार दुबे ने कहा कि नागरिक आपूर्ति निगम में अनुबंधित वाहन के शीशे के सामने पीडीएस में कार्यरत स्टीकर लगा रहता है, जिससे यह प्रमाणित होता है की उक्त वाहन शासकीय खाद्यान्न की डिलीवरी करता है लेकिन इस वाहन में स्टीकर ना लगे होने से कहीं ना कहीं शासकीय खाद्यान्नों की अफरा-तफरी की ओर इशारा करता है। इसके अलावा पीडीएस का खाद्यान्न परिवहन के लिए लगे वाहनों को और भी नियमों का पालन करना होता है लेकिन इसकी पूरी तरह से अनदेखी हो रही है।
इसमें कहीं न कहीं खाद्य विभाग की भी मिलीभगत होने से इनकार नहीं किया जा सकता। यह मामला पकड़ में आने के बाद अब ट्रांसपोर्टर, चालक और व्यवसाई को बचाने के लिए लीपापोती शुरू कर दी गई है। कोई बड़ी बात नहीं होगी कि इस मामले में कार्यवाही ना हो, जबकि पीडीएस गोदाम के लिए निकलने वाला वाहन सीधे वहीं जाना चाहिए, इधर-उधर ले जाने का कोई सवाल ही नहीं उत्पन्न होता। शिवाजी नगर के पीडीएस में इतनी रात गए चावल खाली कर ले जाना और फिर वहां से से काफी दूर डीडीएम रोड आने का मतलब ही शासकीय चावल की अफरा-तफरी की मंशा को उजागर करता है। इसके बाद बुधवारी बाईपास होते हुए बाहरी रास्ते से इस चावल को सरगबुंदिया ले जाकर खपाने की मंशा थी जो नाकाम हुई है।
अब देखना है कि इस मामले में पुलिस क्या जांच करती है? श्री दुबे ने कहा कि उक्त मालवाहन में 33 क्विंटल 5 किलो चावल लोड था जो कि ओवरलोड की संभावना को भी बल देता है। अनेक वाहनों में ओवरलोड खाद्यान्न भरकर गोदामों तक पहुंचाया जा रहा है। ऐसे वाहनों पर कार्यवाही होना जरूरी है जो निर्धारित भार वाहन क्षमता से ज्यादा सामान लोड कर रहे हैं।