कटघोरा वनमंडल में डीएफओ का बड़ा कारनामा.. .नरवा विकास में 24 लाख का घोटाला..
कटघोरा वनमंडल: डीएफओ का बड़ा कारनामा.. .नरवा विकास में 24 लाख का घोटाला..
कोरबा: गले तक भ्रष्टाचार में डूबा वनमण्डल कटघोरा का एक नया कारनामा सामने आया है जहां 15 लाख रुपए के मूल्यांकन के तालाब का 39 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है..दरअसल कटघोरा वन मंडल में नरवा विकास योजना के जमकर घोटाला किया गया है. यहां काम तो शुरू हुआ है लेकिन आधे अधूरे तालाब निर्माण को बिना पूर्ण किए एक बड़ी राशि निकाल कर डीएफओ , एसडीओ ,रेंजर द्वारा गबन कर लिया गया है।
विभागीय विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नरवा विकास योजना के तहत कटघोरा वनमंडल के एतमानगर वन परिक्षेत्र के पाठा कक्ष क्र पी 528 में 50 लाख रुपए का तालाब निर्माण कार्य 2021/22 में स्वीकृत हुआ था, जिसमे शुरुआत में कार्य अनुसार तत्कालीन डीएफओ समा फारूकी ने 15 लाख का भुगतान करवाया था , बाकी राशि शेष बची हुई थी..कार्य अनुसार भुगतान किया जाना था परंतु भ्रष्टाचार में डूबी डीएफओ प्रेमलता यादव ने बिना कार्य के ही 24 लाख रुपए का अतरिक्त राशि का भुगतान करवा दिया. इससे समझा जा सकता है की डीएफओ प्रेमलता यादव भ्रष्टाचार में कितनी डूबी हुई है।
बता दे की एतमानगर वन परिक्षेत्र के पाठा में तालाब निर्माण का जांच रिपोर्ट तात्कालीन एसडीओ बंजारे द्वारा किया गया था कार्य 50% दिखाया गया था लेकिन वर्तमान डीएफओ द्वारा 80% प्रतिशत तक कार्य का भुगतान कर दिया गया जबकि काम अभी भी अधूरा है।
लंबे-चौड़े घोटाले के खेल में नरवा विकास योजना 2020-21 को पलीता लग रहा है। आवश्यकता है कि कोरबा कलेक्टर सहित वन विभाग के शीर्ष अधिकारी उपरोक्त योजना में चिन्हित नाला एवं निर्माण स्थल पर भौतिक सत्यापन कराएं ताकि हकीकत सामने आ सके। डीएफओ से लेकर विभागीय अधिकारियों की संवाद हीनता के कारण इस मामले में उनका पक्ष जानना दूर-दूर तक संभव नहीं है, लेकिन यह जरूरी है कि इस पूरे मामले की तह तक जाकर एवं भौतिक सत्यापन अनिवार्य रूप से कराया जाए।