कोरबा: पिटाई वाले प्रभारी थाना प्रभारी पर दर्ज होगा अपराध…? या पीड़ित का अपराधी होना बचाएगा
कोरबा। जिले के दर्री थाना में पदस्थ रहे प्रशिक्षु DSP प्रभारी TI अविनाश कंवर के द्वारा पिछले दिनों एरिगेशन कालोनी निवासी बबलू नाम के एक युवक की थाना के कमरे में बेरहमीपूर्वक पिटाई के मामले में जांच शुरू हो गई है। उसके आरोपी भाई के न मिलने पर उसे ही उठाकर लाने और पीटने के मामले में वायरल वीडियो पर ASP उदयभान सिंह चौहान को जांच का जिम्मा सौंपा गया है और SP ने मामले की गंभीरता को समझते हुए DSP को उसी दिन अपने कार्यालय में अटैच कर दिया।
अब इस मामले में जन सामान्य के बीच यह बात उठ रही है कि क्या इस तरह से पिटाई करने के मामले में कानूनन तौर पर पीड़ित को न्याय मिलेगा और थानेदार पर एफआईआर दर्ज होगी? इस बात की भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि विभागीय तौर पर मामले को निपटाया जाएगा। क्या पीड़ित के भाई के अपराधी होने, पुलिस के मुताबिक पीड़ित बबलू जिलाबदर के मामले में वांछित होने के कारण मारपीट के इस नए मामले में भी उसे अपराधी होना बताकर पुलिस अधिकारी को क्लीन चिट दे दी जाएगी? बिलासपुर जिले में महिला निरीक्षक और उसके डॉक्टर भाईयों पर मारपीट के मामले में दर्ज हुए FIR जैसी नजीर क्या कोरबा जिले की पुलिस प्रस्तुत कर पाएगी या फिर अपराधी होने का ठप्पा लगाकर निर्दयता पूर्वक पिटाई को सही ठहराया जाएगा..? वैसे बबलू काफी दबाव में बताया जा रहा है।
0 महिला निरीक्षक और डाक्टर भाईयों के खिलाफ मारपीट और अपहरण का मामला दर्ज
बिलासपुर में बीते होली त्यौहार के दिन का एक वीडियो सामने आया था।जिसमे सड़क में कुछ लोग मारपीट और अपहरण की घटना को अंजाम देते हुए दिख रहे है।इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस विभाग में कार्यरत महिला निरीक्षक का नाम सामने आया था,और इस घटना में एक पक्षीय कार्रवाई के बाद पुलिस विभाग की काफी किरकीरी हुई थी।पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते इस मामले में कार्रवाई कर आईजी कार्यालय में पदस्थ महिला निरीक्षक किरण सिंह राजपूत और अन्य तीन के नाम से नामजद अपराध कायम किया है।
इस कार्रवाई से यह बात तो स्पष्ट होती की पुलिस अधिक्षक रजनेश सिंह ने बिलासपुर में पदभार ग्रहण करने बाद मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही थी की अपराध करने वाला कोई भी वह बक्शा नही जायेगा। कार्रवाई ने इस बात की पुष्टि भी होती दिख रही है बताते चले की होली के दिन सकरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत उसलापुर स्थित गीता पेलेश के पास दोपहर तीन बजे प्रार्थी विवेक चतुर्वेदी अपने दोस्तो के साथ होली मना रहा था।
इसी बीच काले रंग की होंडा सिटी कार क्रमांक çg04nf 9527 में दुर्गेश सिंह राजपूत, यदुनंदन सिंह राजपूत,नीरज सिंह राजपूत ये सभी गाड़ी से उतर कर आए। रास्ते से गाड़ी हटाने को लेकर विवाद करने लगे।इसी बीच कार के अंदर बैठी महिला ने कहा की इन सब को बेस बाल के डंडे से पीटो गाड़ी में रखा हुआ। जिसके बाद ये तीनो युवक गाड़ी से बेस बाल का डंडा से मारपीट करने लगे। बीच बचाव करने गए प्रार्थी के साथ भी मारपीट करने लगे और वह उस महिला निरीक्षक के पास जाकर निवेदन किया कि मारपीट मत करवाओ तो तीनों युवक गाड़ी में बैठकर प्रार्थी का अपहरण कर उसे अपने गाड़ी में उठाकर ले जाने लगे।
ईस घटना का वीडियो जमकर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। लेकिन सकरी पुलिस ने इस ममाले में महिला निरीक्षक की तरफ से शिकायत लेकर प्रार्थी को ही आरोपी बना दिया था लेकिन सकरी पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेकर जांच कर इस मामले में महिला निरीक्षक किरण सिंह राजपूत,यदुनंदन सिंह राजपूत, नीरज सिंह राजपूत,और दुर्गेश सिंह राजपूत के खिलाफ भादवि की धारा 323,363,341,506,34 के तहत मामला कायम किया।
0 सीसीटीवी ने लाया सच सामने
होंडा सिटी कार में ब्लैक फिल्म लगी हुई है लेकिन थाने परिसर में पहुंच कर भी पुलिस ने गाड़ी से फिल्म नहीं हटाई और गाड़ी किसके नाम पर है इसका भी खुलासा नहीं किया था। लेकिन सीसीटीवी ने मामले का सच सामने ला दिया और एसपी के निर्देश पर आखिर महिला निरीक्षक और डाक्टर भाई सहित परिजनों पर अपराध दर्ज हो सका जबकि सकरी पुलिस ने इस मामले में महिला निरीक्षक और उसके परिजनों को बचाने का प्रयास किया लेकिन एसपी ने पीड़ित की फरियाद सुनी और कार्रवाई के निर्देश दिए। इस मामले को लेकर थाना प्रभारी अभय सिंह ने बताया की इनके खिलाफ मामला कायम किया गया है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।