देश मे लगभग 10 प्रतिशत लोगो को वर्तमान समय तक टिका लग चुका है । बुद्धजीवी वर्गों का मानना है । 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को टिका लगने के बाद मृत्यु दरो में तेजी से कम होने की सम्भवना है ।

*कोरोना* की *मार* से *आर्थिक* *मंदी सताएगी*

देश मे लगभग 10 प्रतिशत लोगो को वर्तमान समय तक टिका लग चुका है । बुद्धजीवी वर्गों का मानना है । 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को टिका लगने के बाद मृत्यु दरो में तेजी से कम होने की सम्भवना है ।
दूसरा पहलू यह भी है कि जिस गति से पेड़ पौघे कि कटाई हो रही है उस गति से पेड़ पौघे लगाने की अपील लोगो से की जावे ।

**देश* मे लगभग अभी तक 10 प्रतिशत 13. 80 करोड़ से अधिक लोगो को वेक्सिनेशन का टिका लग चुका है । बुद्धजीवी वर्गों का कहना है कि सम्पूर्ण lockdown इसकी हल नही है । पूरे देश मे यदि एक साथ पूरा lockdown कर दिय्या जाये तो मजदूर एवम मध्यम वर्ग के लोगो को एक जून का भोजन नसीब नही होगा । सम्पन्न लोग तो अपनी भोजन तलास कर लेंगे। गरीब बर्ग भोजन कहा से जुटा पायेगा । बाद में देश के लोगो को आर्थिक तंगी सताएगी ।
सरकार गरीब बर्ग को दो माह मई एवम जून का राशन फ्री में देकर अच्छी पहल किया है ।

दिनोदिन संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है इसलिए इस मामले को राज्य सरकार के ऊपर छोड़ दिया जाना चाहिए । बढ़ते हुए मरीजों के हिसाब से मरीजों में सुधार नही हो रहा है । । देश के सभी हॉस्पिटलों में बेड भी फूल हो गए हैं । हॉस्पिटलों के बाहर बेड फूल की बोर्ड लग रही है , । आक्सीजन कमी के कारण लोग मर रहे हैं ।।आक्सीजन की मारा मारी हो रही है । इधर केंद्र एवम राज्य सरकार भी चिंतित हैं कि आक्सीजन सिलेंडर की मात्रा जल्दी कैसे बड़ाई जावे दिन रात चिंतन मनन कर रही है । वैक्सीनेशन टीका के मामले में हम विश्व मे आंकड़े के हिसाब से 8 वे नम्बर पर है । पहले स्थान पर इजराइल को बताया जा रहा है जहाँ मृत्यु दर पहले से बहुत कम हो गया है । 8 वे स्थान भारत देश को बताया जा रहा है । 18 साल से ऊपर उम्र में लोगो को 1 मई से टिका लगना शुरू हो जाएगा तो काफी हद तक मृत्यु दरों में कमी पाई जायेगी ऐसा लोगो का मानना है ।

कुछ देर के लिए हम मान लेते हैं कि हमारे देश में तेजी से पेड़ पौधे की कटाई से आक्सीजन की कमी हो गई है । कोरोना जैसे घातक बीमारी सभी देशों को अपने चपेट में ले लिया है । तो क्या सभी देशों में पेड़ो की कटाई हुई है ?
धार्मिक बुद्धजीवी वर्गों का मानना है कि पूरे विश्व मे पेड़ पौधे की कटाई, जीव जंतु की हत्या, पहाड़, नदियों को काटना एवम घरती पर पाप बढ़ गईं हैं । इसलिए पूरा विश्व उथल पुथल हो रहा है । इसलिए महामारी जैसे प्रकोप आ रहे हैं । वर्तमान समय मे बचने के लिए सरकार की गाइड लाइन ही अच्छा उपाय है । परंतु अभी तो बचाव करके बच लेते हैं परंतु प्राकृतिक से छेड़छाड़ की भरपाई तो कुछ मात्रा में करनी होगी तभी प्राकृतिक का रौद्र रूप पूरी तरह शांत होगी ऐसा प्रतीत हो रहा है ।

हमारे यहां जिस गति से पेड़ पौधे कट रहे हैं उसी गति से पेड़ पौधे नही लग रहे हैं । पेड़ पौधे लगाने के लिए कुछ वर्गों , सरकारी कर्मचारियों , संगठन से मदद लेनी चाहिए । सरकार द्वारा यह नियम लागू कर देनी चाहिए कि एक एक पेड़ लगाकर 5 – 5 साल तक देखभाल करनी होगी । जैसे सरकारी कर्मचारियो , अधिकारियों , नये भवन बनाने वालों को, निजी संस्था, निजी स्कूल, समिति , स्व सहायता समूह, संघ, संगठन ,नेता, ठेकेदारों को तो जिम्मेदारी देनी चाहिए । कुछ मात्रा में प्राकृतिक छेड़छाड़ की भरपाई कर सकते हैं ।।

*शिवशकर* *जायसवाल*
*पत्रकार* *कटघोरा* , *जिला* *कोरबा* , *छग* , मो न् 9926149004