CCF के आदेश को PCCF ने बनाया मजाक..कर्मचारी संघ अपने कर्मचारियों को बचाने आया सामने !
CCF के आदेश को PCCF ने बनाया मजाक..कर्मचारी संघ अपने कर्मचारियों को बचाने आया सामने !
मामला मरवाही वनमण्डल का है जहाँ फर्जी समिति बना राशि गबन की शिकायत में CCF बिलासपुर द्वारा जांच कमेटी गठित कर निष्पक्ष जांच कराई गई थी, जिसमे IFS और राज्य वन सेवा के अधिकारियो द्वारा विस्तृत जांच प्रतिवेदन मुख्य वन संरक्षक को सौंपा गया था जिसमे नामजद अधिकारियों और कर्मचारियों के ऊपर आरोप सिद्ध हुआ था, मामला लाखो का और 420 का था इसलिए मामले में मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर ने तत्काल एक्शन लेते हुए अपने अधिकार क्षेत्र अंर्तगत दोषी कर्मचारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया था और रेंजर दरोग़ा सिंह और एस डी ओ संजय त्रिपाठी के ऊपर कार्यवाही करने उच्च कार्यालय को प्रस्ताव भेज दिया गया था..
जिसमे प्रधान मुख्य वन संरक्षक द्वारा जांच समिति ऊपर ही प्रश्न करते प्रस्ताव में आपत्ति लगा संजय त्रिपाठी को वाक ओवर दे दिया गया ..जिस आरोप में कर्मचारी निलंबित किये जा चुके है उसमें बिना अपील के हीPCCF द्वारा आदेश कर दिया गया जो पद का दुरुपयोग के दायरे में आता है और इससे लेंन देंन कि सम्भावना से इनकार नही किया जा सकता..
मामले को देख मौका पाते ही वन कर्मचारी संघ ने भी कर्मचारियों के निलंबन कार्यवाही को गलत बताते हुए CCF पर दवाब कर निलंबन को रद्द कर बहाली की मांग किया गया है, अब देखते है सी सी एफ बिलासपुर क्या भ्रष्ट कर्मचारियों के निलंबन को बहाल कर सभी कर्मचारियों को क्लीन चिट दे देते है या अपने की गई कार्यवाही को कायम रखते है ।
चर्चा का विषय है की आज एक ईमानदार सीसीएफ के आदेश को मजाक बना कर पीसीसीएफ कार्यालय से आदेश जारी कर दिया जाता है वही यूनियन और कर्मचारी संघ अपने कर्मचारियों को बचाने आया सामने ।