गौरेला पेंड्रा मरवाही: स्वच्छ भारत मिशन के लिए ई रिक्शा खरीदी में 50 लाख का घोटाला , डीआरडीए पर गंभीर आरोप…
गौरेला पेंड्रा मरवाही: स्वच्छ भारत मिशन के लिए ई रिक्शा खरीदी में 50 लाख का घोटाला , डीआरडीए पर गंभीर आरोप…
जनपद पंचायत पेंड्रा के पंचायत इंस्पेक्टर ने किया मामला उजागर
गौरेला पेंड्रा मरवाही: गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले की पंचायतों में में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ई-रिक्शा खरीदी में घटिया एवं निम्न दर्जे का अमानक ई-रिक्शा दुगने रेट में खरीदी का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि इसका खुलासा खुद जनपद पंचायत पेंड्रा के पंचायत इंस्पेक्टर के के देवांगन द्वारा किया गया है। केवल जनपद पंचायत पेंड्रा के 23 पंचायतों में लगभग 50 लाख से अधिक रुपए के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। पूरे जिले में इस खरीदी का क्या हाल है इसकी जांच होना बाकी है!! जिले के पंचायत विभाग में अमानक ई रिक्शा खरीदी में लाखों का घोटाला सामने आने के बाद पंचायत विभाग के अधिकारी बगले झांक रहे हैं।
पंचायत इंस्पेक्टर के के देवांगन का डीआरडीए पर गंभीर आरोप.
इस संबंध में विस्तृत जानकारी के अनुसार गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले के जनपद पंचायत पेण्ड्रा के पंचायत इंस्पेक्टर के के देवांगन ने जिला पंचायत ( डीआरडीए ) पर दबाव पूर्वक ई-रिक्शा खरीदने का आरोप लगाया है। बताया जाता है कि जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी पर स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत जिले में प्रत्येक पंचायतों को 2- 2 नग ई-रिक्शा खरीदने का दबाव बनाया तथा एक रायपुर के एक फर्म से सेटिंग कर ई-रिक्शा जनपद पंचायत पेंड्रा में डंप करा दिया तथा ग्राम पंचायतों के सचिवों को संबंधित फार्म को चेक के माध्यम से 2-2 रिक्शा का पैसा भुगतान करने के लिए कहा है। इस मामले का खुलासा तब हुआ जब पेंड्रा जनपद कार्यालय में 2 दिन पहले 46 नग ई-रिक्शा अचानक उतारा जाने लगा जब जनपद पंचायत पेंड्रा के पंचायत इंस्पेक्टर पूरे मामले की अपने जनपद के ग्राम पंचायतों के सचिव से पड़ताल की तो पता चला कि जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी ने कुछ माह पहले जिला पंचायत में सभी सचिवों की डीएससी लेकर बैठक में आने की सूचना भेजी और अपने कार्यालय से पंचायतों में ई- रिक्शा खरीदी का आर्डर करा दिया गया और प्रत्येक पंचायत के सचिवों से रिक्शा की कीमत एक लाख पांच हजार रुपए के दर से भुकतान भी दिया।
घटिया व अमानक स्तर….
वास्तव में जब पंचायत इंस्पेक्टर ने जब ई-रिक्शा का बाजार में स्वयं कोटेशन मंगा कर सत्यापन किया तो पाया कि ऐसे रिश्ते बाजार में 20 से 25 हजार के बीच बड़ी आसानी से मिल रहे हैं और जो भी रिक्शे आए हैं वे अमानत एवं घटिया दर्जे के हैं। इस बारे में स्वयं मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जब अपने सचिवों से पड़ताल की तो पाया कि लगभग 23 पंचायतों के लिए 46 रिक्शा मंगा लिए गए हैं और उनसे पेमेंट भी डी एस सी के माध्यम से ले लिए गए हैं। उक्त खरीदी के लिए ना ही ग्राम पंचायतों से प्रस्ताव लिए गए हैं और ना ही कोटेशन मंगाए गए हैं यानी खरीदी नियमों का पालन नहीं किया गया है।
डीआरडीए अधिकारी ने कहा ई निविदा के माध्यम से खरीदी
इस मामले की शिकायत जनपद पंचायत पेंड्रा के पंचायत इंस्पेक्टर के के देवांगन ने स्वयं शिकायत की तथा मीडिया के सामने इस बात की पुष्टि की की ई-रिक्शा अमानत दर्जे का है तथा बाजार मूल्य से दुगने से ज्यादा मूल्य का है जिसमें लाखों के घोटाले का अंदेशा है। पंचायत इंस्पेक्टर के इस शिकायत पर जब हम जिला पंचायत के परियोजना अधिकारी पी डी खूंटे से पूछा तो उनके अनुसार पूरी खरीदी ई निविदा के माध्यम से खरीदी गई है जिसमें पूर्ण रूप से पारदर्शिता बरती गई है। जिले के पेंड्रा जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में अमानक ई-रिक्शा खरीदी मामले में घोटाला उजागर होने के बाद अब अधिकारी बगले झांक रहे हैं। मामला उजागर होने के बाद उन्हें जवाब देते नहीं बन रहा है क्योंकि इस पूरे घोटाले का पर्दाफाश पंचायत विभाग के अधिकारी द्वारा ही किया गया है।